Press "Enter" to skip to content

आपदि मित्र परीक्षा शूर परीक्षा रणाङ्गणे भवति । विनये वंशपरीक्षा स्त्रियः परीक्षा तु निर्धने पुंसि ॥

Pankaj Patel 0

आपदि मित्र परीक्षा शूर परीक्षा रणाङ्गणे भवति । विनये वंशपरीक्षा स्त्रियः परीक्षा तु निर्धने पुंसि ॥ भावार्थ : एक मित्र की असली परीक्षा किसी प्रकार की आपदा उपस्थित होने पर…

पं. श्रद्धाराम शर्मा – लोकप्रिय आरती ओम जय जगदीश हरे के रचयिता

Pankaj Patel 0

पं. श्रद्धाराम शर्मा (श्रद्धाराम फिल्लौरी) लोकप्रिय आरती ओम जय जगदीश हरे के रचयिता हैं। इस आरती की रचना उन्होंने 1870 में की थी। वे सनातन धर्म प्रचारक, ज्योतिषी, स्वतंत्रता संग्राम…

रानी दुर्गावती – युद्ध मे लड़ते हुए वीरगति प्राप्त गोंडवाना की शासक

Rina Gujarati 0

रानी दुर्गावती गोंडवाना की शासक थीं, जो भारतीय इतिहास की सर्वाधिक प्रसिद्ध रानियों में गिनी जाती हैं। दुर्गावती ने 16 वर्ष तक राज संभाला और अपनी किर्ति चरो दिशाओ मे…

दरबान सिंह नेगी – “विक्टोरिया क्रॉस” पाने वाले चंद भारतीय सैनिकों में से एक

Rina Gujarati 0

दरबान सिंह नेगी (जन्म- 4 मार्च, 1883; मृत्यु- 24 जून, 1950) प्रथम विश्व युद्ध के दौरान उन चंद भारतीय सैनिकों में से एक थे, जिन्हें ब्रिटिश राज का सबसे बड़ा…

ओंकारनाथ ठाकुर – काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के गन्धर्व महाविद्यालय के प्रधानाचार्य

Rina Gujarati 0

ओंकारनाथ ठाकुर (1897–1967) भारत के शिक्षाशास्त्री, संगीतज्ञ एवं हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीतकार थे। उनका सम्बन्ध ग्वालियर घराने से था। उन्होने वाराणसी में महामना पं॰ मदनमोहन मालवीय के आग्रह पर बनारस हिन्दू…

आपदर्थे धनं रक्षेद्वारन्रक्षेद्धनैरपि । आत्मानं सततं रक्षेद्वारैरपि धनैरपि ॥

Pankaj Patel 0

आपदर्थे धनं रक्षेद्वारन्रक्षेद्धनैरपि । आत्मानं सततं रक्षेद्वारैरपि धनैरपि ॥ भावार्थ: एक बुद्धिमान् व्यक्ति को अचानक उपस्थित होने वाली आपदाओं से सुरक्षा हेतु धन संपत्ति बचा कर रख्रनी चाहिये तथा अपने…

आचार्य श्री तुलसी – अणुव्रत अनुशास्ता युगप्रधाना

Rina Gujarati 0

आचार्य तुलसी (20 अक्टूबर 1914 – 23 जून 1997) जैन धर्म के श्वेतांबर तेरापंथ के नवें आचार्य थे। वो अणुव्रत और जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय के प्रवर्तक हैं एवं 100…

प्लासी का युद्ध – सिर्फ 300 सैनिको, रिश्वत एवं आपसी फुट से जीता गया युद्ध

Rina Gujarati 0

प्लासी का युद्ध 23 जून 1757 को मुर्शिदाबाद के दक्षिण में 22 मील दूर नदिया जिले में भागीराथी नदी के किनारे ‘प्लासी’ नामक स्थान में हुआ था। इस युद्ध में…

डॉ॰ श्यामाप्रसाद मुखर्जी – शिक्षाविद्, चिन्तक और जनसंघ के संस्थापक

Rina Gujarati 0

डॉ॰ श्यामाप्रसाद मुखर्जी (जन्म: 6 जुलाई 1901 – मृत्यु: 23 जून 1953) शिक्षाविद्, चिन्तक और भारतीय जनसंघ के संस्थापक थे। 6 जुलाई 1901 को कलकत्ता के अत्यन्त प्रतिष्ठित परिवार में…

बारिश की बात – बारिश पड़े तो भागिए नहीं

Rina Gujarati 0

बारिश पड़े तो भागिए नहीं……. छत नहीं खोजिये…….. छाते कभी-कभार बंद रखिये…… किस बात का डर है……? भीग जायेंगे न………..? तो क्या हुआ…… पिघलेंगे नहीं.. …. फिर से सूख जायेंगे..…

International Olympic Day – अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस – 23 June

Pankaj Patel 0

International Olympic Day वैसे तो अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस की शुरुआत 23 जून 1948 को हुई पर इससे काफी पहले ओलंपिक गेम्स (Olympic Games) की शुरुआत की जा चुकी थी। पहला…

ગિજુભાઈ બધેકા – મૂછાળી મા ના નામથી જાણીતા શિક્ષણવિદ્

Rina Gujarati 0

ગિજુભાઈ બધેકા (૧૫ નવેમ્બર ૧૮૮૫ – ૨૩ જૂન ૧૯૩૯) શિક્ષણવિદ્ હતા, જેમણે ભારતમાં મોન્ટેસરી શિક્ષણની રજૂઆતમાં અગત્યનો ભાગ ભજવ્યો હતો. તેઓ “મૂછાળી મા” ના હૂલામણાં નામથી જાણીતા હતા. તેઓ શિક્ષણવિદ્…

अन्तरराष्ट्रीय विधवा दिवस – International Widow’s Day – 23 June

Pankaj Patel 0

अन्तरराष्ट्रीय विधवा दिवस – International Widows Day पूरे विश्व में प्रतिवर्ष 23 जून को मनाया जाता है। यह दिवस विधवा महिलाओं की समस्याओं के प्रति समाज में जागरुकता फ़ैलाने के…

कनिष्क विमान हादसा – 23 June 1985 – केनेडा का सबसे बड़ा विमान हादसा

Rina Gujarati 0

‘आज के दिन साल 1985 में कनाडाई एक ऐसी खबर के साथ उठे जिसपर भरोसा नहीं हो रहा था और जिस खबर ने हमारे देश को गहरे सदमे में डाल…

अपुत्रत्वं भवच्छ्रेयो न तु स्याद्विगुणः सुतः । जीवन्नप्यविनीतोSसौ मृत एव न संशयः ॥

Pankaj Patel 0

अपुत्रत्वं भवच्छ्रेयो न तु स्याद्विगुणः सुतः । जीवन्नप्यविनीतोSसौ मृत एव न संशयः ॥ भावार्थ: एक गुणहीन पुत्र के होने से तो पुत्र हीन होना ही श्रेयस्कर है क्योंकि ऐसा पुत्र…

अमरीश पुरी – हिन्दी फिल्मों के एक जानदार कलाकार

Rina Gujarati 0

अमरीश पुरी (जन्म:22 जून 1932 -मृत्यु:12 जनवरी 2005) चरित्र अभिनेता मदन पुरी के छोटे भाई अमरीश पुरी हिन्दी फिल्मों की दुनिया का एक प्रमुख स्तंभ रहे हैं। अभिनेता के रूप…

ज्यूसेपे मेत्सिनी – ‘इटली का स्पन्दित हृदय’

Rina Gujarati 0

राजाओ, जमीनदारो या संस्थानवादियो ने दुनियामे कहर ढाने मे कोई कमी नहीं रखी थी। समय इधर उधर हो सकता है, पर एशिया या यूरोप हर जगह दमन सामान्य जानो का…

भदन्त आनन्द कौसल्यायन – बीसवीं शती में बौद्ध धर्म के श्रेष्ठ क्रियाशील व्यक्ति

Rina Gujarati 0

डॉ॰ भदन्त आनन्द कौसल्यायन (5 जनवरी 1905 – 22 जून 1988) बौद्ध भिक्षु, पालि भाषा के मूर्धन्य विद्वान तथा लेखक थे। इसके साथ ही वे पूरे जीवन घूम-घूमकर राष्ट्रभाषा हिंदी…

चापेकर बंधु – अंग्रेज़ कमिश्नर को सहायक सहित गोली से जिन्हो ने भून दिया

Rina Gujarati 0

चापेकर बंधु दामोदर हरि चाफेकर, बालकृष्ण हरि चाफेकर तथा वासुदेव हरि चाफेकर को संयुक्त रूप से कहा जाता हैं। ये तीनों भाई लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के सम्पर्क में थे।…

ऑपरेशन बारबारोसा – जर्मनी का रूस पर आक्रमण

Rina Gujarati 0

संस्कृत मे एक प्रसिद्ध वाक्य कहा गया है, ‘युद्धस्य कथा रम्या’ । ये उक्ति सर्वथा उचित है, पर युद्ध की कथा मनोहारी होती है युद्ध कदापि नहीं। जब बात दुनिया…

अमरचंद बाठीया – ग्वालियर के अमर बलिदानी नगर शेठ

Rina Gujarati 0

यह कहानी है एक एसे शहीद वीर की जो खुद जैन होते हुए अहिंसा छोड़ तो ना सके, परंतु 1857 के संग्राम मे उनका योगदान बड़ा रहा। ग्वालियर के नगर…

उपदेशो न दातव्यो यादृशे तादृशे नरे । पश्य वानर मूर्खेण सुगृही निगृही कृता ॥

Pankaj Patel 0

उपदेशो न दातव्यो यादृशे तादृशे नरे । पश्य वानर मूर्खेण सुगृही निगृही कृता ॥ भावार्थ: बुद्धिमानी इसी में है कि हर किसी को बिना मांगे उपदेश या राय नहीं देनी…

મોહનલાલ પંડ્યા – ‘ડુંગળી ચોર’

Rina Gujarati 0

મોહનલાલ પંડ્યા ગાંધીજી અને સરદારના સાથીદાર બન્યા અગાઉ ભૂગર્ભ પ્રવૃત્તિઓમાં સક્રિય હતા. બોમ્બ બનાવવાને લાગતું સાહિત્ય પણ છુપા છાપખાનામાં છાપેલું. ભારતના સ્વાતંત્ર્ય સેનાની અને સમાજ સુધારક મોહનલાલ પંડ્યા ગાંધીજીના શરૂઆતના…

यिंगलक शिनवात्रा – थाइलेंड की सबसे युवा और प्रथम महिला प्रधानमंत्री

Rina Gujarati 0

यिंगलक शिनवात्रा यह नाम हमारे लिए शायद नया हो सकता है पर उनके बारे मे जानना रसप्रद भी है और प्रेरणादायक भी। इनके बारे मे जानने से दुनिया मे कैसे…

विश्व संगीत दिवस – World Music Day – 21 June

Rina Gujarati 0

विश्व संगीत दिवस (World Music Day) प्रत्येक वर्ष 21 जून को मनाया जाता है। संगीत की विभिन्न खूबियों की वजह से ही विश्व में संगीत के नाम एक दिन है।…

लक्ष्मणराव किर्लोस्कर – किर्लोस्कर समूह के स्थापक

Rina Gujarati 0

लक्ष्मणराव किर्लोस्कर, एक महाराष्ट्रियन ब्राह्मण थे और उनके पिता काशीनाथपंत एक वेदांत-पंडित थे। इसलिए, समाज को भी उम्मीद थी कि लक्ष्मणराव अपने पिता के कदमों पर चलेंगे। हालांकि, उन्होंने परंपराओं…

छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस – व्यस्त मुंबई का केन्द्र

Rina Gujarati 1

छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस पूर्व में जिसे विक्टोरिया टर्मिनस कहा जाता था, एवं अपने लघु नाम वी.टी., या सी.एस.टी. से अधिक प्रचलित है। यह भारत की वाणिज्यिक राजधानी मुंबई का…

राजा दाहिर – सिंध के सिंधी ब्राह्मण राजवंश के अंतिम राजा

Rina Gujarati 0

राजा दाहिर सिंध के सिंधी ब्राह्मण राजवंश के अंतिम राजा थे। उनके समय में ही अरबों ने सर्वप्रथम सन 712 में भारत (सिंध) पर आक्रमण किया था। मोहम्मद बिन कासिम…

अविद्यानाशिनी विद्या भावना भय नाशिनी । दारिद्र्य नाशनं दानं शीलं दुर्गति नाशनं ॥

Pankaj Patel 0

अविद्यानाशिनी विद्या भावना भय नाशिनी । दारिद्र्य नाशनं दानं शीलं दुर्गति नाशनं ॥ भावार्थ: विद्या प्राप्ति से अज्ञान का नाश होता है तथा स्वयं पर दृढ विश्वास से भय दूर…

सलमान रुश्दी – बहुचर्चित उपन्यासकार और लेखक

Rina Gujarati 0

अहमद सलमान रुश्दी (जन्म 19 जून 1947) ब्रिटिश भारतीय उपन्यासकार और निबंधकार हैं। उन्होंने अपने दूसरे उपन्यास मिडनाइट्स चिल्ड्रन (1981) से प्रसिद्धि प्राप्त की, जिसे 1981 में बुकर पुरस्कार मिला।…

राज चन्द्र बोस – भारतीय मूल के प्रसिद्ध गणितज्ञ एवं सांख्यिकीविद

Rina Gujarati 0

राज चन्द्र बोस (19 जून 1901 – 31 अक्टूबर 1987) भारतीय अमेरिकी गणितज्ञ एवं सांख्यिकीविद थे। वे ‘डिजाइन सिद्धान्त’ तथा ‘थिअरी ऑफ एरर करेक्टिंग कोड्स’ के लिए प्रसिद्ध हैं। गणित…

પી ખરસાણી – ગુજરાતના ચાર્લી ચેપ્લિન

Rina Gujarati 0

પી ખરસાણી એ એક જાણીતા ગુજરાતી ચલચિત્ર અભિનેતા અને રંગભૂમિ કલાકાર હતા. તેમણે હાસ્ય અભિનેતા તથા ચરિત્ર અભિનેતા તરીકે ઘણાં ચલચિત્રોમાં અભિનય કર્યો છે. તેમનો જન્મ કલોલના ભાટવાડામાં ૧૯ જૂન ૧૯૨૬ના…

APPLE – Ariane Passenger Payload Experiment

Rina Gujarati 0

एरियन पैसेंजर पेलोड प्रयोग या एप्पल (Ariane Passenger Payload Experiment या APPLE) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन द्वारा 19 जून, 1981 को यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के प्रक्षेपण यान एरियन 1 द्वारा…

आलस्यं हि मुनष्याणां शरीरस्थो महान् रिपुः । नास्त्युद्यमसमो बन्धुः कृत्वाSयं नाSवसीदति ॥

Pankaj Patel 0

आलस्यं हि मुनष्याणां शरीरस्थो महान् रिपुः । नास्त्युद्यमसमो बन्धुः कृत्वाSयं नाSवसीदति ॥ भावार्थ: सचमुच आलस्य (अकर्मण्यता) एक व्यक्ति के शरीर में स्थित एक महान शत्रु के समान होता है, और…

गोवा क्रान्ति दिवस – 18 June

Rina Gujarati 0

गोवा क्रान्ति दिवस (अंग्रेज़ी: Goa Revolution Day) 18 जून को प्रति वर्ष मनाया जाता है, क्योंकि 18 जून, 1946 को डॉ. राम मनोहर लोहिया ने गोवा के लोगों को पुर्तग़लियों…

अश्वस्य भूषणं वेगो मत्तं स्याद् गजभूषणम् । चातुर्यं भूषणं नार्या उद्द्योगो नर भूषणम् ॥

Pankaj Patel 0

अश्वस्य भूषणं वेगो मत्तं स्याद् गजभूषणम् । चातुर्यं भूषणं नार्या उद्द्योगो नर भूषणम् ॥ भावार्थ: घोडे की शोभा (प्रशंसा) उसके वेग के कारण होती है और हाथी की उसकी मदमस्त…

रानी लक्ष्मीबाई – मात्र 29 साल की उम्र मे अमर शहीद

Rina Gujarati 0

रानी लक्ष्मीबाई (जन्म: 19 नवम्बर 1828 – मृत्यु: 18 जून 1858) मराठा शासित झाँसी राज्य की रानी और 1857 की राज्यक्रांति की द्वितीय शहीद वीरांगना (प्रथम शहीद वीरांगना रानी अवन्ति…

मारुत – भारत मे निर्मित एशिया का सबसे पहला बमवर्षक विमान

Rina Gujarati 0

मारुत यानि HAL HF-24 मारुत (“स्पिरिट ऑफ द टेम्पेस्ट”) 1960 के दशक का हिंदुस्तान एयरक्राफ्ट लिमिटेड (एचएएल) द्वारा कर्ट टैंक लीड डिजाइनर के रूप में विकसित भारतीय लड़ाकू-बमवर्षक विमान है।…

राजमाता जीजाबाई – छत्रपति शिवाजी महाराज की माता

Rina Gujarati 0

मराठा सम्राट छत्रपति शिवाजी राजे भोसले की माता राजमाता जीजाबाई का जन्म (12 जनवरी 1598) सिंदखेड़ नामक गाँव में हुआ था। यह स्थान वर्तमान में महाराष्ट्र के विदर्भ प्रांत में…

उत्तमो नातिवक्ता स्यात् अधमो बहु भाषते । न कान्चेन ध्वनिस्तादृक यादृक् कांस्ये प्रजायते ॥

Pankaj Patel 0

उत्तमो नातिवक्ता स्यात् अधमो बहु भाषते । न कान्चेन ध्वनिस्तादृक यादृक् कांस्ये प्रजायते ॥ भावार्थ: श्रेष्ठ व्यक्ति बहुधा वाचाल नहीं होते हैं पर निम्न श्रेणी के व्यक्ति बहुत वाचाल होते…

चार्ल्स कोरिया – भारतीय वास्तुकार और शहरी नियोजक

Rina Gujarati 0

चार्ल्स कोरिया भारतीय वास्तुकार और शहरी नियोजक थे। आज़ादी के बाद भारत में आधुनिक वास्तुकला के निर्माण का श्रेय उन्हें दिया जाता है। शहरी ग़रीबों की ज़रूरतों और पारंपरिक तरीकों…

वेलनटीना तेरेश्कोवा – विश्व की प्रथम महिला अंतरिक्षयात्री

Rina Gujarati 0

वेलनटीना तेरेश्कोवा रशिया की सर्वप्रथम महिला अंतरिक्ष यात्री है जो की 400 से अधिक आवेदकों और 5 निर्णायकों में से चुनी गयी थी अंतरिक्ष यात्रा के लिए। यह एक सेवानिवृत्त…

Featured

देशबन्धु चित्तरञ्जनदास – राजनीतिज्ञ, वकील, कवि, पत्रकार तथा स्वतंत्रता आन्दोलन के प्रमुख नेता

Pankaj Patel 0

देशबन्धु चित्तरञ्जनदास (1870-1925 ई.) सुप्रसिद्ध भारतीय नेता, राजनीतिज्ञ, वकील, कवि, पत्रकार तथा भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन के प्रमुख नेता थे। उन्होंने कई बड़े स्वतंत्रता सेनानियों के मुकद्दमे भी लड़े। जन्म और…

Father’s Day – 16 June पितृ दिवस

Pankaj Patel 0

Father’s Day या पितृ दिवस वैसे तो पाश्चात्य देशो का उत्सव या दिन है। पर अब हमारे यहाँ भी उसका महत्व बढ़ा है। वरना हमारी संस्कृति मे तो हर दिन…

देवी प्रसाद रॉय चौधरी – प्रसिद्ध मूर्तिकार, चित्रकार और कलाकार

Rina Gujarati 0

देवी प्रसाद रॉय चौधरी MBE प्रसिद्ध मूर्तिकार, चित्रकार और ललित कला अकादमी के संस्थापक अध्यक्ष थे। उन्हें अपनी कांस्य मूर्तियों के लिए जाना जाता है, जिसमें श्रम की विजय (Triumph…

तारकनाथ दास – स्वाधीनता संग्राम के क्रांतिकारी

Rina Gujarati 0

तारकनाथ दास भारत के प्रसिद्ध क्रान्तिकारियों में से एक गिने जाते हैं। अरविन्द घोष, सुरेन्द्रनाथ बनर्जी तथा चितरंजन दास इनके घनिष्ठ मित्रों में से थे। क्रान्तिकारी गतिविधियों के कारण इन्होंने…

अन्ना हज़ारे – गांधीवादी एवं समाजसेवी

Rina Gujarati 0

अन्ना हज़ारे या किसन बाबूराव हजारे समाजसेवी हैं और आज हम सब उन्हे जानते है। सन् 1992 में भारत सरकार द्वारा उन्हें पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था। सूचना के…

लक्ष्मी नारायण मित्तल – Steel Tycoon Laxmi Mittal

Rina Gujarati 0

लक्ष्मी नारायण मित्तल भारतीय मूल के सफल उद्योगपति है। उन्हे steel tycoon कहा जाता है। लक्ष्मी मित्तल विश्व की सबसे बड़ी स्टील उत्पादक कंपनी आर्सेलरमित्तल के चेरमेन और एज्यूकेटिव ऑफिसर…

अल्पं किन्चिच्छ्रियं प्राप्य नीचो गर्वायते लघुः । पद्मपत्र तले भेको मन्यते दण्डधारिणं ॥

Pankaj Patel 0

अल्पं किन्चिच्छ्रियं प्राप्य नीचो गर्वायते लघुः । पद्मपत्र तले भेको मन्यते दण्डधारिणं ॥ भावार्थ: नीच व्यक्ति थोडी बहुत ही संपन्नता प्राप्त करने पर ही गर्व और अहङ्कार करने लगते हैं।…