CBSE
Gujarat Board
Haryana Board
Class 10
Class 12
दिलो के फूल स्वतंत्रा के प्रकाश में लिखते है | हमारा देश सदियों तक गुलामी के अंधेरे में रहा था | विदेशी साशक यहाँ के लोगो पर अत्याचार करते रहे | अन्याय और तरह-तरह का शोषण सहते-सहते लोग अपना स्वाभिमान खो बैठे | उनके दिलो में उदासी छा गई | कवि की इच्छा है की ऎसे मुर्दा दिलो में फ़िर से नए झीवन का सचार हो | इस प्रकार कवि युग-युग से लोगो के मुरझाए हुआ ह्रदयसुमानो पर नै मुस्कान देखना चाहते है |