वनों को "जैव विविधता का विशिष्ट स्थल" क्यों माना जाता हैं? ऐसे दो उपायों की सूची बनाइए जिसमे कोई व्यक्ति वन एवं वन्यजीवन के प्रबन्धन में प्रभावी योगदान कर सकता है।
उन दो प्रेक्षणों की सूची बनाइए जिन्हें आप उस समय करते है, जब आप किसी परखनली में एसिटिक अम्ल लेकर उसमें एक चुटकी सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट मिलते हैं होने वाली अभिक्रिया का रासायनिक समीकरण लिखिए।
उस अलैंगिक जनन को क्या कहते हैं जिसमें एक जनन कोशिका से दो संतति कोशिकाएँ बनती हैं और जनन कोशिका का अस्तित्त्व समाप्त हो जाता है? इस प्रकार के जनन के पहले और अंतिम चरण के चित्र खींचिए। यह जनन किस परिघटना के साथ आरम्भ होता है।
उत्तल लेंस के प्रकरण में ये जानने के लिए की बिम्ब दूरी में परिवर्तन करने पर प्रतिबिम्ब दूरी में किस प्रकार परिवर्तन होता है, कोई छात्र लेंस से काफी दूरी पर स्थित किसी चमकीले बिम्ब का पर्दे पर तीक्ष्ण प्रतिबिम्ब प्राप्त करता है। इसके पश्चात वह धीरे-धीरे इस बिम्ब को लेंस की ओर लाता है और हर बार प्रतिबिम्ब को पर्दे पर फोकस करता है।
(a) प्रतिबिम्ब को फोकस करते समय उसे पर्दे को किस और सरकाना होता है - लेंस की ओर अथवा लेंस से दूर?
(b) पर्दे पर बने प्रतिबिम्ब का साइज घटता है, अथवा बढ़ता है?
(c) बिम्ब को लेंस के निकट ले जाने पर क्या होता है?
'संपोषित प्रबन्धन' से क्या तात्पर्य है? पुनःचक्रण की तुलना में पुनःउपयोग क्यों उत्तम माना जाता है?
सतत प्रबंधन: यह प्रबंधन का एक नमूना है जो प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग को ऐसे तरीके से करता है कि वे वर्तमान में और साथ ही भविष्य में मानव की जरूरतों को पूरा करते हैं।
पुनर्चक्रण पर पुनः प्रयोग का लाभ:-
पुनरावृत्ति करने के लिए बड़ी मात्रा में ऊर्जा और धन की आवश्यकता होती है। दूसरी ओर करना , फिर से उपयोग करना, बस चीजों का इस्तेमाल करना, बार-बार शामिल होता है, मूल रूप से किसी वस्तु के निर्माण में उपयोग किए जाने वाली सन्निहित ऊर्जा को संरक्षित करता है। पुन: उपयोग में पुनरावृत्ति करने से कम हवा और जल प्रदूषण भी पैदा होता है। इसलिए, पुन: उपयोग पुनरावृत्ति करने को अधिक पसंद किया गया है।
किसी उचित उदारण की सहायता से होने वाली अभिक्रिया के लिए आवश्यक परिस्थितियों का उपयोग करते हुए, हाइड्रोजनीकरण अभिक्रिया की व्याख्या कीजिए तथा इस अभिक्रिया में बने उत्पाद के भौतिक गुणधर्म में होने वाले परिवर्तन का उल्लेख भी कीजिये।
रासायनिक दृष्टि से साबुन तथा अपमार्जक के अणुओं में क्या अंतर है? साबुन द्वारा सफाई करने की क्रिया की व्याख्या कीजिए।