रासायनिक अभिक्रियाएँ और समीकरण

Quickly browse through questions and notes on related topics. You can also download and read this topic offline.

Zigya App

क्या अपने दैनिक जीवन में उपचयन अभिक्रियाओं के प्रभावों को देखा है?

विकृतगंधिता- उपचयित होने पर तेल एवं वसा विकृतगंधी हो जाते हैं तथा उनके स्वाद तथा गंध बदल जाते हैं। प्राय: तैलीय तथा वसायुक्त खाद्य सामग्रियों में उपचयन रोकने वाले पदार्थ (प्रति ऑक्सीकरण) मिलाये जाते है।
उदाहरण- चिप्स बनाने वाले चिप्स की थैली में से ऑक्सीजन हटाकर उसमें नाइट्रोजन जैसे कम सक्रिय गैस को भर देतें हैं ताकि चिप्स का उपचयन न हो सके।

विकृतगंधिता

विकृतगंधिता- उपचयित होने पर तेल एवं वसा विकृतगंधी हो जाते हैं तथा उनके स्वाद तथा गंध बदल जाते हैं। प्राय: तैलीय तथा वसायुक्त खाद्य सामग्रियों में उपचयन रोकने वाले पदार्थ (प्रति ऑक्सीकरण) मिलाये जाते है।
उदाहरण- चिप्स बनाने वाले चिप्स की थैली में से ऑक्सीजन हटाकर उसमें नाइट्रोजन जैसे कम सक्रिय गैस को भर देतें हैं ताकि चिप्स का उपचयन न हो सके।

संक्षारण

जब कोई धातु अपने आसपास अम्ल, आर्द्रता आदि के संपर्क में आती है तब ये संक्षारित होती हैं और इस प्रक्रिया को संक्षारण कहते हैं।

उदाहरण- लोहे को जंग लगना, चाँदी पर काली परत और ताँबे पर हरी परत का चढ़ना।
संक्षारण कि वहज से हर साल हमें पैसों और वस्तुओं का भरी नुकसान होता है। कार के ढाँचे, पुल, जहाज आदि लोहे से बनी वस्तुएँ संक्षारण की वजह से नष्ट हो जाती है।