ईश्वर के लिए किस दृष्टांत का प्रयोग किया गया है? ईश्वर और उसके साम्य का आधार बताइए।
ईश्वर के लिए जूही के फूल के दृष्टांत का प्रयोग किया गया है। ईश्वर और उसके साम्य का आधार उसकी सुंदरता, कोमलता एवं महक है। जूही का फूल अपनी सुंदरता से सबका मन मोह लेता है। उसकी कोमलता एवं महक भी देखते बनती है। ईश्वर में भी ये सभी गुण विद्यमान हैं। वह हमें अपनी ओर आकर्षित करता है।
‘ओ चराचर! मत चूक अवसर’ पंक्ति का आशय स्पष्ट कीजिए।
लक्ष्य-प्राप्ति में इंद्रीयाँ बाधक होती हैं-इसके संदर्भ में अपने तर्क दीजिए।
दूसरे वचन में ईश्वर से क्या कामना की गई है और क्यों?
‘अपना घर’ से क्या तात्पर्य है? इसे भूलने की बात क्यों कही गई है?