1947 और 1948 में कई महत्वपूर्ण घटनाएँ घटीं। 1947 में उसे जे. जे. स्कूल ऑफ आर्ट में दाखिला मिल गया। 1948 में उसके पिताजी का देहांत हो गया। इससे पहले माँ का देहांत हो चुका था। 1947 में विभाजन की त्रासदी भी सामने थी। उत्साह और उदासी का मिला-जुला वातावरण था। लेखक के ऊपर अचानक जिम्मेदारियों का बोझ आ पड़ा था। तब लेखक केवल 25 वर्ष का था। 1948 में वह श्रीनगर में फँस गया था।
रजा ने अकोला में ड्राइंग अध्यापक की नौकरी की पेशकश क्यों नहीं स्वीकार की?
रजा के पसंदीदा पफ्रेंचकलाकार कौन थे?
(क) किसने, किस संदर्भ में कही?
(ख) रजा पर इसक। क्य प्रभाव पडा?
बंबई में रहकर कला के अध्ययन के लिए रजा ने क्या-क्या संघर्ष किए?