इतिहास में स्पीति का वर्णन नहीं मिलता। क्यों?
इतिहास में स्पीति का वर्णन नहीं मिलता क्योंकि यहाँ जाना आज बहुत कठिन रहा। ऊँचे दर्रों और कठिन रास्तों के कारण इतिहास में इसकी ओर ध्यान नहीं जा सका। इसमें न लाँघे जाने वाले भूगोल की भी बड़ी भूमिका रही है। वहीं का वर्णन इतिहास में मिलता है जहाँ की घटनाओं की जानकारी मिलती रहे। यह क्षेत्र ऐतिहासिक दृष्टि से उपेक्षित ही रहा। अत: इतिहास में इसका वर्णन नहीं मिलता।
लेखक माने श्रेणी का नाम बौद्धों के माने मंत्र के नाम पर करने के पक्ष में क्यों हैं?
स्पीति के लोग जीवनयापन के लिए किन कठिनाइयों का सामना करते हैं?