प्रताप नारायण मिश्र का निबंध ‘बात’ और नागार्जुन की कविता ‘बातें’ ढूँढकर पढ़ें।
विद्यार्थी पुस्तकें लेकर इन पाठों को पढ़ें।
‘नागार्जुन’ की कविता - बातें।
बातें-
हँसी में धुली हुई
सौजन्य चंदन में बसी हुई
बातें-
चितवन में घुली हुई
व्यंग्य बंधन में कसी हुई
बातें-
उसाँस में झुलसी
रोष की आँच में तली हुई
बातें-
चुहल से हुलसी
नेह साँचे में ढली हुई।
बातें-
विष की फुहार सी
बातें-
आधुनिक युग की कविता की संभावनाओं पर चर्चा कीजिए।
चूड़ी, कील, पेंच आदि मूर्त उपमानों के माध्यम से कवि ने कथ्य की अमूर्तता को साकार किया है। भाषा को समृद्ध एवं संप्रेषणीय बनाने में बिंबों और उपमानों के महत्त्व पर परिसंवाद आयोजित कीजिए।
कुँवर नारायण के जीवन का संक्षिप्त परिचय देते हुए उनका साहित्यिक परिचय दीजिए।
कविता एक उड़ान है चिड़िया के बहाने
कविता की उड़ान भला चिड़िया क्या जाने
बाहर भीतर
इस घर, उस घर
कविता के पंख लगा उड़ने के माने
चिड़िया क्या जाने?