यदि शारीरिक चुनौती का सामना कर रहे व्यक्ति और दर्शक, दोनों एक साथ रोने लगेंगे, तो उससे प्रश्नकर्ता का कौन-सा उद्देश्य पूरा होगा?
जब शारीरिक चुनौती का सामना कर रहे व्यक्ति (अपंग) और दर्शक दोनों एक साथ रोने लगेंगे तो प्रश्नकर्त्ता का उद्देश्य पूरा हो जाएगा। दिखाने के लिए तो वह इसे सामाजिक उद्देश्य बताता है, पर वास्तव में उसका उद्देश्य एक रोचक कार्यक्रम प्रस्तुत करना होता है। उसे अपंग व्यक्ति से कोई सहानुभूति नहीं होती, बल्कि वह तो उसकी अपंगता का शोषण कर अपने कार्यक्रम की प्रस्तुति को सफल बनाना चाहता है। यही उसका उद्देश्य भी है। दोनों के रोने से उसका यह उद्देश्य पूरा हो जाता है।
कविता में कुछ पंक्तियाँ कोष्ठकों में रखी गई हैं-आपकी समझ से इनका क्या औचित्य है?
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