जब साफिया ने कई बार उनकी तरफ मुहब्बत से देखा तो उन्होंने भी उसके बारे में घर की बहू से पूछा। उन्हें बताया गया कि वे मुसलमान हैं। कल ही सुबह लाहौर जा रही हैं अपने भाइयों से मिलने, जिन्हें इन्होंने कई साल से नहीं देखा। लाहौर का नाम सुनकर वे उठकर साफिया के पास आ बैठीं और उसे बताने लगीं कि उनका लाहौर कितना प्यारा है। वहाँ के लोग कैसे खूबसूरत होते हैं, उम्दा खाने और नफीस कपड़ों के शौकीन, सैर-सपाटे के रसिया, जिंदादिली की तस्वीर। कीर्तन होता रहा। वे आहिस्ता-आहिस्ता बातें करती रही। साफिया ने दो-एक बार बीच में पूछा भी, 'माता जी, आपको तो यहाँ आए बहुत साल हो गए होंगे।' 'हों बेटी! जब हिंदुस्तान बना था तभी आए थे। वैसे तो अब यहाँ भी कोठी बन गई है। बिजनेस है, सब ठीक ही है, पर लाहौर याद आता है। हमारा वतन तो जी लाहौर ही है।'
यह साफिया कौन है? किसने, किससे, किसके बारे में पूछा?
उसने साफिया के बारे में क्या बताया?
लाहौर का नाम सुनकर किस पर, क्या प्रभाव पड़ा?
यह साफिया मुसलमान है। जब उसने सिख बीबी की ओर मुहब्बत से देखा तो उन्होंने अपने घर की बहू से उसके बार में जानकारी माँगी।
बहू ने बीबी को बताया कि ये मुसलमान हैं और कल ही लाहौर जा रही हैं। वहाँ इनके भाई रहते हैं। उन्हें इन्होंने कई साल से नहीं देखा है। उन्हीं से मिलने जा रही हैं।
लाहौर का नाम सुनते ही बीबी उठकर साफिया के पास जाकर बैठ गई और लाहौर का गुणगान करने लगीं। उनके अनुसार लाहौर और वहाँ के लोग बहुत खूबसूरत हैं। वे बढ़िया खाने और सुरुचिपूर्ण कपड़ों के शौकीन होते हैं। वहाँ के लोग रसिक एवं जिंदादिल हैं।
बीबी ने अपने बारे में यह बताया कि उसे लाहौर से यहाँ आए बहुत साल बीत गए अर्थात् वह बँटवारे के समय ही यहाँ आ गई थी, अब यहाँ उनकी कोठी भी बन गई है, बिजनेस भी ठीक-ठाक है पर लाहौर अभी भी बहुत याद आता है। उसका वतन तो लाहौर ही है।
‘नमक’ कहानी को लेखक ने अपने नजरिए से अन्य पुरुष शैली में लिखा है। आप साफिया की नजर से/उत्तर पुरुष शैली में इस कहानी को अपने शब्दों में कहें।
उन सिख बीबी को देखकर साफिया हैरान रह गई थी, किस कदर वह उसकी माँ से मिलती थी। वही भारी भरकम जिस्म, छोटी-छोटी चमकदार आँखें, जिनमें नेकी, मुहब्बत और रहमदिली की रोशनी जगमगाया करती थी। चेहरा जैसे कोई खुली हुई किताब। वैसा ही सफेद बारीक मलमल का दुपट्टा जैसा उसकी अम्मा मुहर्रम में ओढ़ा करती थी।
जब साफिया ने कई बार उनकी तरफ मुहब्बत से देखा तो उन्होंने भी उसके बारे में घर की बहू से पूछा। उन्हें बताया गया कि ये मुसलमान हैं। कल ही सुबह लाहोर जा रही हैं अपने भाइयों से मिलने, जिन्हें इन्होंने कई साल से नहीं देखा। लाहौर का नाम सुनकर वे उठकर साफिया के पास आ बैठीं और उसे बताने लगीं कि उनका लाहौर कितना प्यारा शहर है। वहाँ के लोग कैसे खूबसूरत होते हैं, उम्दा खाने और नफीस कपड़ों के शौकीन, सैर-सपाटे के रसिया, जिंदादिली की तसवीर।
पाठ तथा लेखिका का नाम बताइए।
सिख बीबी की किन विशेषताओं को देखकर साफिया हैरान रह गई?
घर की बहू ने सिख बीबी को क्या बताया?
घर की बहू ने सिख बीबी को क्या बताया?
(क) हमारा वतन तो जी लाहौर ही है।
(ख) क्या सब कानून हुकूमत के ही होते हैं?
सामान्यत: ‘ही’ निपात का प्रयोग किसी बात पर बल देने के लिए किया जाता है। ऊपर दिए गए दोनों वाक्यों में ‘ही’ के प्रयोग से अर्थ में क्या परिवर्तन आया है? स्पष्ट कीजिए। ‘ही’ का प्रयोग करते हुए दोनों तरह के अर्थ वाले पाँच-पाँच वाक्य बनाइए।
रजिया सज्जाद जहीर के जीवन एवं साहित्य का परिचय दीजिए।