अलसी के मनोभावों का वर्णन कीजिए।
कवि ने अलसी को एक सुंदर नायिका के रुप में चित्रित किया है। उसका शरीर पतला और कमर लचीली है। उसका चित्त अति चंचल और प्रेमातुर है। वह अपने सिर पर नीले फूल लगाकर यह सन्देश दे रही है कि प्रथम स्पर्श करने वाले को हृदय से अपना स्वामी मानेगी। वह सभी को प्रेम का निमंत्रण दे रही है।
'चाँदी का बड़ा-सा गोल खंभा' में कवि की किस सूक्ष्म कल्पना का आभास मिलता है?
सरसों को ' सयानी ' कहकर कवि क्या कहना चाहता होगा?
'इस विजन में ..... अधिक है'- पंक्तियों में नगरीय संस्कृति के प्रति कवि का क्या आक्रोश है और क्यों?
अलसी के लिए 'हठीली' विशेषण का प्रयोग क्यों किया गया है?