विद्यालय में छुट्टी के दिनों में भी प्रातःकाल में योग की अभ्यास कक्षाएँ चलने की सूचना देते हुए इच्छुक विद्यार्थियों द्वारा अपना नाम देने हेतु सूचना-पट्ट के लिए एक सूचना लगभग 30 शब्दों में लिखिए।
विद्यालय के गेट पर मध्यावकाश के समय ठेले और रेहड़ी वालों द्वारा जंक फूड बेचे जाने की शिकायत करते हुए प्रधानाचार्य को पत्र लिखकर उन्हें रोकने का अनुरोध कीजिए ।
विद्यालय की कार्यानुभव-प्रयोगशाला में बनी मोमबत्तियाँ तथा अन्य उपयोगी वस्तुओं की बिक्री हेतु लगभग 25 शब्दों में एक विज्ञापन लिखिए ।
'कर चले हम फ़िदा'- कविता की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को उल्लेख करते हुए उसका प्रतिपाद्य अपने शब्दों में लिखिए।
'सपनों के से दिन' पाठ में पीटी सर की किन चारित्रिक विशेषताओं का उललेख किया गया है? वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में स्वीकृत मान्यताओं और पाठ में वर्णित युक्तियाओं के संबंध में अपने विचार जीवन मूल्यों की दृष्टि से व्यक्त कीजिए।
निम्नलिखित विषयों में से किसी एक पर संकेत बिंदुओं के आधार पर लगभग 100 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए :
(क) पुस्तकें पढ़ने की आदत
• पढ़ने की घटती प्रवृत्ति
• कारण और हानि
• पढ़ने की आदत से लाभ
(ख) कम्प्यूटर हमारा मित्र
• क्या है
• विद्यार्थियों के लिए उपयोग
• सुझाव
(ग) स्वास्थ्य की रक्षा
• आवश्यकता
• पोषक भोजन
• लाभकारी सुझाव
(क) पुस्तकें पढ़ने की आदत
पुस्तकें हमारे लिए ज्ञान का साधन हैं। अतः मनुष्य निरंतर पुस्तकों का अध्ययन करता है। आज समय की कमी के कारण पुस्तक पढ़ने की आदत घटती जा रही है। आज कंप्यूटर का बोलबाला। मनुष्य को जानकारियाँ प्राप्त करने के लिए बाज़ार में जाने की आवश्यकता नहीं है। इंटरनेट के माध्यम से वह घर पर अपने कंप्यूटर या लैपटाप के माध्यम से किसी भी विषय पर जानकारी हासिल कर सकता है। इससे पुस्तकें पढ़ने की आदत पर सबसे बुरा प्रभाव पड़ा है। इससे मनुष्य को यह हानि हो रही है कि अब धीरे-धीरे पुस्तकों के अस्तित्व पर खतरा मंडरा है। मनुष्य को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो रही हैं। पुस्तकें निरंतर पढ़ते रहने से ज्ञान लाभ होता है। समय का सदुपयोग होता है।
अथवा
(ख) कम्प्यूटर हमारा मित्र
कम्प्यूटर एक ऐसी मशीन है, जो मनुष्य के मस्तिष्क से भी कई गुना तेज़ चलती है। इंटरनेट से जुड़कर यह हर समस्या को पल में हल करने का दम रखती है। एक विद्यार्थी के लिए तो यह रामबाण औषधि की तरह कार्य करता है। पहले विद्यार्थियों को अपने अध्ययन के लिए पुस्तकों व पत्र-पत्रिकाओं तक ही सीमित रहना पड़ता था, जिससे उनका ज्ञान भी सीमित रहता था। कंप्यूटर के माध्यम से उनका अध्ययन क्षेत्र विस्तृत बन गया है। अब उन्हें एक ही विषय से सम्बन्धित ढेरों जानकारियाँ घर में रहकर ही उपलब्ध हो जाती हैं। उनका ज्ञान क्षेत्र अब सीमित दायरों से निकलकर विशाल समुद्र की तरह हो गया है। इससे कुछ नुकसान भी हैं। अतः इस पर लगातार कार्य नहीं करना चाहिए। इसका उतना प्रयोग करना चाहिए, जिनता उचित हो।
अथवा
(ग) स्वास्थ्य की रक्षा
स्वास्थ्य मनुष्य के जीवन के लिए बहुत आवश्यक है। एक स्वस्थ मनुष्य जीवन के हर आनंद का अनुभव लेता है और पूरी स्फूर्ति से अपने दैनिक कार्य करता है। यदि हमारा स्वास्थ्य सही नहीं है, तो जीवन निराशा से भरा हो जाता है। किसी काम में मन नहीं लगता है। जीवन से सारा आनंद गायब हो जाता है। स्वास्थ्य रहने के लिए आवश्यक है कि वह निरोग रहे। निरोग रहने के लिए उसे संतुलित भोजन तथा रोज़ व्यायाम करना आवश्यक है। संतुलित भोजन शरीर की अन्य माँगों को पूरा करता है और मनुष्य को रोगों से लड़ने के लिए आवश्यक खनिज, प्रोटीन तथा वसा उपलब्ध करवाता है। संतुलित भोजन शरीर को ऊर्जा तथा रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है तथा व्यायाम शरीर को स्फूर्ति प्रदान करता है। एक स्वस्थ व्यक्ति हर कार्य करने में समर्थ होता है। हमें जीवन का भरपूर आनंद लेने के लिए स्वास्थ्य को महत्व देना पड़ेगा।