निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिये:मेरे परिचितों और साहित्यिक बंधुओं से भी भक्तिन विशेष परिचित है, पर उनके प्रति भक्तिन के सम्मान की मात्रा, मेरे प्रति उनके सम्मान की मात्रा पर निर्भर है और सद्भाव उनके प्रति मेरे सद्भाव से निश्चित होता है। इस संबंध में भक्तिन की सहजबुद्धि विस्मित कर देने वाली है।1. भक्तिन किन लोगों के प्रति सम्मान एवं सद्भाव रखती थीं?2. भक्तिन में कौन-कौन से गुण थे?3. भक्तिन का कौन-सा गुण विस्मित कर देने वाला था?4. भक्तिन की सहज बुद्धि विस्मित कर देने वाल क्यों थीं?  - Zigya
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निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिये:
मेरे परिचितों और साहित्यिक बंधुओं से भी भक्तिन विशेष परिचित है, पर उनके प्रति भक्तिन के सम्मान की मात्रा, मेरे प्रति उनके सम्मान की मात्रा पर निर्भर है और सद्भाव उनके प्रति मेरे सद्भाव से निश्चित होता है। इस संबंध में भक्तिन की सहजबुद्धि विस्मित कर देने वाली है।
1. भक्तिन किन लोगों के प्रति सम्मान एवं सद्भाव रखती थीं?
2. भक्तिन में कौन-कौन से गुण थे?
3. भक्तिन का कौन-सा गुण विस्मित कर देने वाला था?
4. भक्तिन की सहज बुद्धि विस्मित कर देने वाल क्यों थीं? 


1. भक्तिन उन लोगों के प्रति सम्मान एवं सदभाव रखती थी जो लोग उनकी मालकिन के प्रति समान की भावना रखते थे। लेखिका से सद्भाव रखते थे।
2. भक्तिन के कर्त्तव्यपरायणता, सेवाभाव, सद्भाव सम्मान की भावना सहजबुद्धि, समर्पण ‘आदि गुण थे। वह अपने कार्य के साथ-साथ साहित्यिक बंधुओं से भी विशेष परिचित थी।
3. भक्तिन में वैसे भी सम्मान की भावना और सद्भाव विशेष था लेकिन उनकी सहजबुद्धि से सोचकर विस्मित कर देने वाली थीं।
4. भक्तिन की सहजबुद्धि इसलिए विस्मित कर देने वालो थी क्योंकि वह अपनी सहजबुद्धि से सोचकर केवल उन लोगों के प्रति सम्मान एवं सद्भाव रखती थी जो उनकी मालकिन के प्रति सम्मान एव सम्मान रखते थे।

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महादेवी वर्मा

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