एक भाव में रहकर सुख और दुख दोनों पीने का भावार्थ क्या है, कविता की पंक्तियों के आधार पर स्पष्ट कीजिए। - Zigya
Advertisement

एक भाव में रहकर सुख और दुख दोनों पीने का भावार्थ क्या है, कविता की पंक्तियों के आधार पर स्पष्ट कीजिए।


कवि के अनुसार वीर पुरुषों के मन में केवल आजादी या आजादी हेतु बलिदान की भावना ही जागृत होती है। सांसारिक सुख-दुख के भावों से उन्हें कोई वास्ता नहीं होता वे सुख-दुख दोनों को समान महत्व देते हैं।
516 Views

Advertisement

दीवानों की हस्ती

Hope you found this question and answer to be good. Find many more questions on दीवानों की हस्ती with answers for your assignments and practice.

Vasant Bhag 3

Browse through more topics from Vasant Bhag 3 for questions and snapshot.