पारितंत्र में अपमार्जकों का क्या महत्त्व/भूमिका है?
पारितंत्र में अपमार्जक मृत जैव अवशेषों का अपमार्जन करते हैं। ये मृत शरीरों का अपने भोजन के लिए उपयोग करते हैं। वे जटिल कार्बन पदार्थों को सरल पदार्थों में परिवर्तित करते हैं। जैविक कचरा, पेड़ पौधों के सड़े- गले भाग, गाय- भैंस के गोबर, सड़े- गले फल, सब्ज़ियों के छिलके आदि का कुछ समय के अंतराल में अपघटन कर देते हैं।