वे अपाहिज को संकेत में क्या बताते हैं?
मीडियाकर्मी संकेत में अपाहिज को बताते हैं कि वह अपना अनुभव इस प्रकार बताए अर्थात् वे अपने इशारे पर अपंग को चलाना चाहते हैं। उनका तो एकमात्र लक्ष्य कार्यक्रम को रोचक और प्रभावी बनाना है।
मीडियाकर्मी अपंग व्यक्ति से क्या सोचकर बताने को कहना है?
मीडियाकर्मी अपंग व्यक्ति से यह सोचकर बताने के लिए कहता है कि उसे अपाहिज होकर कैसा लगता है। वे उसका अनुभव पूछकर अपना कार्यक्रम रोचक बनाने का प्रयास करते हैं।
वे उससे क्या-क्या प्रश्न पूछते हैं?
मीडियाकर्मी उस अपंग व्यक्ति से तरह-तरह के प्रश्न करेंगे-
- क्या आप अपाहिज हैं?
- क्या आपका अपाहिजपन आपको दु:ख देता है?
- आपका दु:ख क्या है?
वे किसे और क्यों लेकर आएँगे?