तेल एवं वसायुक्त खाद्य पदार्थ को नाइट्रोजन से प्रभावित क्यों किया जाता है?
तेल एवं वसा युक्त खाद्य पदार्थ को वायु रोधी बर्तनों में रखने से उपचयन की गति धीमी हो जाती हैl तेल एवं वसायुक्त पदार्थ को नाइट्रोजन से इसलिए भी युक्त किया जाता है ताकि उसमें उपचयन न हो सकेl
लोहे की वस्तुओं को हम क्यों पेंट करते हैं?
पेंट करने से लोहे के पदार्थ का उपरी भाग छुप जाता हैl वह वायु के साथ सीधे संपर्क में नहीं आता जिसके कारण उसमें जंग नहीं लगताल हर वर्ष बहुत अधिक पैसे लोहे की खराब वस्तुओं को ठीक करने में लग जाते हैl इसलिए पेंट करने से हम लोहे के उस पदार्थ को जंग लगने से बचा सकते हैंl
निम्न पदों का वर्णन करें तथा प्रत्येक का एक-एक उदाहरण दें-
(a) संक्षारण
(b) विकृत गंधिता
(a) संक्षारण- लोहे की बनी हुई वस्तुएँ चमकीली होती हैं लेकिन कुछ समय पश्चात उन पर लालिमायुक्त भूरे रंग की परत चढ़ जाती हैl आमतौर पर इस प्रक्रिया को लोहे पर जंग लगना कहते हैंl कुछ अन्य धातुओं में भी ऐसा ही परिवर्तन होता हैl जब कोई धातु अपने आसपास अम्ल, नमी आदि के संपर्क में आती है तब ये संक्षारित होती है और इस प्रक्रिया को संक्षारण कहते हैंल चाँदी के ऊपर काली परत और तांबे के ऊपर हरी परत चढ़ना, संक्षारण के उदाहरण हैल
संक्षारण के कारण कर के ढांचे, पुल, जहाज़ तथा धातु, विशेषकर लोहे से बानी वस्तुओं की बहुत क्षति होती हैl
(b) वसायुक्त अथवा तैलीय खाद्य सामग्री जब लंबे समय तक रखा जाता है तब उसका स्वाद या गंध में परिवर्तन आ जाता हैl उपचयित होने पर तेल और वसा विकृत गंधी हो जाते हैं तथा उनके स्वाद तथा गंध बदल जाते हैंl आमतौर पर तैलीय तथा वसायुक्त खाद्य सामग्रियों में उपचयन रोकने वाले पदार्थ मिलाए जाते हैंl वायु रोधी बर्तनों में खाद्य सामग्री रखने से उपचयन की गति धीमी हो जाती हैl क्या आप जानते हैं कि चिप्स बनाने वाले चिप्स की थैली को नाइट्रोजन जैसे गैस से युक्त कर देते हैं ताकि चिप्स का उपचयन न हो सके और उन्हें देर तक संरक्षित रखा जा सकेl