मानव के उत्सर्जन तंत्र का आरेख खींचिए और उस पर उत्सर्जन तंत्र के उस भाग का नामांकन कीजिए -
(i) जो मूल तैयार करता है ।
(ii) जो लम्बी नलिका हैऔर वृक्क से मूल संचित करती है ।
(iii) जिसमें मूल त्यागने तक मूत्र भण्डारित रहता है ।
मानव मादा जनन तंत्र के नीचे दिए गए प्रत्येक भाग का कार्य लिखिए :
(i)अण्डाशय, (ii) अंडवाहिनी, (iii) गर्भाशय
कोई छात्र लगभग 30 दूरी पर स्थित श्यामपट्ट पर लिखें अक्षरों को स्पष्ट नहीं देख पाता । यह छात्र जिस दृष्टि-दोष से पीड़ित है उसका नाम लिखिए । इस दोष के संभावित कारण लिखिए और इसके संशोधन की विधि की व्याख्या कीजिए।
मानव नेत्र के नीचे दिए गए प्रत्येक भाग का कार्य लिखिए :
(i) पुतली,
(ii)परितारिका,
(iii)क्रिस्टलीय लेंस,
(iv) पक्ष्माभी पेशियाँ
(i) पुतली (कॉर्निया) का कार्य : जब प्रकाश आंख में प्रवेश करता है, तो अधिकांश अपवर्तन पुतली की सतह पर होता है। पुतली प्रकाश को आंखों में प्रवेश करने की अनुमति देता है।
(ii) आपरितारिका का कार्य: नेत्र मे प्रवेश करने वाले प्रकाश के परिमाण को नियंत्रित करता है। पुतली केसाइज को नियंत्रित करता है।
(iii) क्रिस्टलीय लेंस: दृष्टिपटल (रेटीना) पर विभिन्न दूरी पर वस्तुओं को ध्यान केंद्रित करने के लिए आवश्यक फोकल लंबाई के बेहतर समायोजन में मदद करता है।
(iv) पक्ष्माभी मांसपेशियों: इसका कार्य क्रिस्टलीय लेंस की लंबाई को बदलने के लिए है ताकि विभिन्न दूरी पर वस्तुओं की छवि स्पष्ट रूप से रेटिना पर केंद्रित हो
प्रातःकाल सूर्य रक्ताभ क्यों प्रतीत होता है? क्या कोई अंतरिक्ष यात्री इस परिघटना का प्रेक्षण चन्द्रमा पर भी कर सकता है? अपने उत्तर की पुष्टि के लिए कारण दीजिए ।
a) विद्युत मोटर का कार्यकारी सिद्धान्त लिखिए ।
b) विद्युत मोटर के नीचे दिए गए भागों का कार्य लिखिए।
(i) आर्मेचर
(ii) ब्रुश
(iii) विभक्त वलय
किसी छात्र ने दो परखनलियों A और B में लिए गए आयरन सल्फेट तथा कॉपर सल्फेट के जलीय विलयनों में ऐलुमिनियम धातु के कुछ-कड़े-डाले। प्रयोग के दूसरे भाग में उसने C और D परखनलियों में क्रमश: लिए गए ऐलुमिनियम सल्फेट और कॉपर सल्फेट के जलीय विलयनों में आयरन धातु के टुकड़े डाले। किस अथवा किन परखनलियों में उस छात्र को रंग परिवर्तन दिखाई देगा? इस प्रयोग के आधार पर उल्लेख कीजिए की कौन सी धातु सर्वाधिक अभिक्रियाशील है और क्यों।