Press "Enter" to skip to content

आशाया कृतदासो यः स दासः सर्वदेहिनां । आशा दासीकृता येन तस्य दासायते जगत् ॥

Pankaj Patel 0
आशाया कृतदासो यः स दासः सर्वदेहिनां । आशा दासीकृता येन तस्य दासायते जगत् ॥

आशाया कृतदासो यः स दासः सर्वदेहिनां ।
आशा दासीकृता येन तस्य दासायते जगत् ॥

भावार्थ :

जिस व्यक्ति को आशा (बिना प्रयत्न किये ही किसी कार्य के सम्पन्न हो जाने की कामना) ने अपना दास बना लिया है वह सभी अन्य व्यक्तियों का दास हो जाता है। इस के विपरीत जिस व्यक्ति ने ‘आशा’ को अपनी दासी बना लिया है वह सारे जगत को अपना दास बनाने मे सक्षम हो जाता है।

(इस सुभाषित के माध्यम से व्यक्तियों को कर्तव्यनिष्ठ होने की प्रेरणा दी गयी है। जो व्यक्ति बिना पुरुषार्थ किये ही कार्य संपन्न होने की आशा में रहते हैं उन्हें अन्य व्यक्तियों की दासता करनी पडती है।)

English

Aashaayaa krutadaaso yah sa daasah sarvadehinaam.
Aashaa daaseekruto yena tasya daasaayate jagat.

Whosoever is a captive slave of ‘Aashaa” (hope or expectation from others without any effort), he becomes a slave of all human beings. On the other hand a person who has enslaved the ‘Aaasha’, is able to enslave all the mankind.

(Through this Subhashita the author has condemned the tendency among people to hope that they will get whatever they want without doing any thing and not get enslaved by this desire, whereas those persons have been able to overcome this weakness and are enterprising are always successful)

Pankaj Patel

कक्षा 12 मे जीव विज्ञान पसंद था फिर भी Talod कॉलेज से रसायण विज्ञान के साथ B.sc किया। बाद मे स्कूल ऑफ सायन्स गुजरात युनिवर्सिटी से भूगोल के साथ M.sc किया। विज्ञान का छात्र होने के कारण भूगोल नया लगा फिर भी नकशा (Map) समजना और बनाना जैसी पूरानी कला एवम रिमोट सेंसिंग जैसी नयी तकनिक भी वही सीखी। वॉशिंग पाउडर बनाके कॅमिकल कारखाने का अनुभव हुआ तो फूड प्रोसेसिंग करके बिलकुल अलग सिखने को मिला। मशरूम के काम मे टिस्यु कल्चर जैसा माईक्रो बायोलोजी का काम करने का सौभाग्य मिला। अब शिक्षा के क्षेत्र मे हुं, अब भी मै मानता हूँ कि किसी एक क्षेत्र मे महारथ हासिल करने से अलग-अलग क्षेत्रो मे सामान्य ज्ञान बढाना अच्छा है। Follow his work at www.zigya.com

More Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *